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वसुंधरा राजे: राजस्थान में नहीं रिलीज होगी फिल्म 'पद्मावत', जानिए…

9 January 2018 | 1.18 PM

जयपुर: सेंसर बोर्ड से 'पद्मावती' फिल्म का नाम बदलकर 'पद्मावत' के नाम से पास किये जाने के बाद भी राजस्थान सरकार नरम नजर नहीं आ रही है. पद्मावती पर राजस्थान सरकार का रुख कायम है और अब 'पद्मावत' को राजस्थान में रिलीज नहीं किया जाएगा. यानी इस फिल्म पर बैन बरकरार रहेगा.


पद्मावत विवाद की खास बातें


वसुंधरा राजे ने कहा कि रानी पद्मिनी का बलिदान प्रदेश के मान-सम्मान और गौरव से जुड़ा हुआ है, इसलिए रानी पद्मिनी हमारे लिए सिर्फ इतिहास का एक अध्याय भर नहीं, बल्कि हमारा स्वाभिमान हैं. उनकी मर्यादा को हम किसी भी सूरत में ठेस नहीं पहुंचने देंगे.


इस फिल्म की रिलीज को रोकने के संबंध में मुख्यमंत्री ने राज्य के गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया को निर्देश भी दिए हैं.


राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने सोमवार को उदयपुर में कहा कि राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पहले ही केन्द्र सरकार को विवादित फिल्म पद्मावत को राजस्थान में रिलीज नहीं करने के लिए पत्र लिख चुकी हैं.


फिल्म को सेंसर बोर्ड का प्रमाणपत्र मिल जाने के बावजूद करणी सेना द्वारा इसका विरोध जारी रखने के बीच कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि फिल्म शांतिपूर्ण ढंग से रिलीज हो सके, यह राज्य सरकारों का दायित्व है.


केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने पद्मावती फिल्म को यू/ए प्रमाणपत्र दिया है. हालांकि करणी सेना ने कहा है कि वह इस फिल्म का विरोध जारी रखेगी.


मनीष तिवारी ने संवाददाताओं से कहा कि उच्चतम न्यायालय ने एक महत्वपूर्ण फैसले में कहा था कि एक बार जब सीबीएफसी प्रमाणपत्र दे देता है तो राज्य सरकार का यह उत्तरदायित्व होता है कि कानून व्यवस्था की स्थिति को समान्य बनाये ताकि फिल्म के रिलीज में कोई बाधा उत्पन्न न हो. यह उनकी संवैधानिक जिम्मेदारी है.


फिल्म के शीर्षक 'पद्मावती' के संबंध में सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी ने अपने बयान में कहा था कि इसे बदल कर 'पद्मावत' कर दिया जाए, क्योंकि उन्होंने इसे इतिहास से नहीं, बल्कि काल्पनिक कहानी 'पद्मावत' से प्रेरणा लेकर बनाई है.


पद्मावत फिल्म 25 जनवरी को रिलीज होगी. इससे पहले यह फिल्म एक दिसंबर को रिलीज होने वाली थी. लेकिन करणी सेना समेत कई राजनीतिक दलों द्वारा विरोध प्रदर्शन के बाद इस फिल्म की रिलीज डेट आगे बढ़ा दी गई थी.


केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने संजय लीला भंसाली की विवादास्पद फिल्म 'पद्मावती' में किसी कट की सिफारिश नहीं की थी और फिल्म को पांच संशोधनों के साथ यू/ए प्रमाणपत्र देने का फैसला किया है और फिल्म-निर्माता से कहा है कि फिल्म का नाम बदलकर 'पद्मावत' कर दिया जाए.


सीबीएफसी ने इसके अलावा निर्माताओं से 'घूमर' गाने में चरित्र के मुताबिक बदलाव करने की सिफारिश की गई थी. जोशी ने कहा, उन्होंने "ऐतिहासिक स्थानों के गलत और भ्रामक संदर्भ में संशोधन की मांग की है. इसके अलावा उन्होंने निर्माताओं से एक डिस्क्लेमर जोड़ने की मांग की है, "जिसमें यह स्पष्ट करने को कहा गया है कि फिल्म किसी भी तरह सती प्रथा का महिमामंडन नहीं करती."

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