• fulldetail

“People First” योजना से भारत के इस राज्यो में हुआ कमाल, जानिए कैसे :

09 June 2017 | 4.10 PM

नई दि‍ल्ली : अगर आपने कि‍सी सरकारी बाबू को रि‍श्वत दी है तो आपको बस एक नंबर पर कॉल करके इसकी जानकारी देनी है। बहुत हद तक मुमकि‍न है कि‍ जि‍स सरकारी बाबू को घूस दी है वो आपके घर की डोर बैल बजाए और रि‍श्वेत में ली गई रकम वापस लौटा दे। इस बात पर भरोसा करना जरा मुश्किक‍ल है मगर भारत में ऐसा हो रहा है। कई मामलों में लोगों को अपना काम करनवाने के लि‍ए घूस में दी गई रकम वापस मि‍ल गई है।


ऐसा आंध्र प्रदेश में हो रहा है। यहां की चंद्रबाबू नायडू सरकार ने दावा कि‍या है उनकी यह योजना काम कर रही है। हाल ही में हुए एक सर्वे में आंध्र प्रदेश को देश के दूसरे सबसे भ्रष्टह राज्य का दर्जा मि‍ला है। पहले नंबर पर कनार्टक है। नायडू सरकार ने करप्शसन से लड़ने के लि‍ए पैंतरा अपनाया है। चंद दि‍नों पहले चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि‍ अभी बीते कुछ ही दि‍नों में 12 लोगों ने रि‍श्वात की रकम लौटाई है। कूरनूल जि‍ले के एक पंचायत सचि‍व ने 10 लोगों को रि‍श्व त की रकम लौटाई। उसने अलग अलग कामों के लि‍ए इन लोगों से घूस लनी थी। यह इस तरह का एक उदाहरण है।


इस नई पहल का नाम People First रखा गया है। इसकी शुरुआत 25 मई को की गई थी। मुख्यीमंत्री का दावा है कि‍ इसके बहुत अच्छे नतीजे सामने आ रहे हैं। सोसायटी को साफ करने की यह पहल काम कर रही है। इसके लि‍ए एक नंबर जारी कि‍या गया है -1100 जि‍सपर कॉल कर लोग रि‍श्व त लि‍ए जाने की शि‍कायत कर सकते हैं।


इस नंबर पर कॉल कर लोग घटना की जानकारी देते हैं, फि‍र उन्हें सरकार खुद उन लोगों से संपर्क करते हुए उन्हेंक चेतावनी देती है। इस मामले पर सरकार के सलाहकार ने कहा कि‍ सरकार के इस प्रयास का मकसद लोगों तक यह संदेश पहुंचाना है कि‍ अगर उन्होंउने कि‍सी काम के लि‍ए रि‍श्वंत दी है तो वो उस रकम को वापस पा सकते हैं। सरकार इस नंबर पर आने वाली कॉल पर गंभीरता से काम कर रही है। अभी तक कि‍सी कर्मचारी को दंडि‍त नहीं कि‍या गया है। कई सरकारी कर्मचारि‍यों ने रि‍श्वअत में ली गई रकम वापस लौटा दी है।


वैसे तो यह योजना सरकारी बाबुओं को ध्याकन में रखते हुए शुरू की गई है मगर कुछ मामलों में गैर सरकारी कर्मचारि‍यों को भी रि‍श्व त की रकम लौटाने का नि‍र्देश दि‍या गया। कडापा में एक ब्रोकर ने इंश्यो रेंस स्की म से जुड़े एक केस में 1000 रुपए की रि‍श्वित लाभार्थी से ली थी, जो उसने शि‍कायत के बाद लौटा दी। इसी तरह से कृषणा जि‍ले में राश्न कार्ड बनाने के लि‍ए एक बि‍चौलि‍ए ने 1000 रुपए लि‍ए थे उसे भी यह रकम लौटानी पड़ी।


इस नंबर पर आने वाली कॉल को रि‍सीव करने के लि‍ए 750 लोगों की टीम बनाई गई है। यह लोग केवल कॉल स्वीेकार ही नहीं कर रहे बल्किे‍ लोगों को कॉल कर सरकार की योजनाओं के बारे में फीडबैक भी ले रहे हैं। इस टीम ने करीब 52 हजार लोगों को चंद्राना बीमा योजना के बारे में फोन कर पूछताछ की है। इसके अलावा पेंशन सेवा से जुड़े 6.2 लाख और सरकारी राश्ने वि‍तरण से जुड़े 9.5 लाख लोगों को फोन कर उनसे पूछा है कि‍ वह अपने काम के लि‍ए कि‍सी को रि‍श्वजत तो नहीं दे रहे।

Comment Here