9 May 2017 | 2.10 PM
नई दिल्ली : खाद्य नियामक एफएसएसएआई (FSSAI) के एक विशेषज्ञ पैनल ने अनहेल्दीा फूड के सेवन को रोकने के लिए जंक फूड पर ज्यांदा टैक्सक लगाने का सुझाव दिया है। खाद्य नियामक ने बच्चों के चैनलों एवं टीवी पर बच्चों के शो के दौरान उनके विज्ञापन पर पाबंदी लगाने की भी सिफारिश की है.
11 सदस्यीय Fssai पैनल की रिपोर्ट
‘वसा, चीनी और नमक (एफएसएस) का उपभोग एवं भारतीय जनसंख्या पर उसके प्रभाव’ विषय पर 11 सदस्यीय पैनल की रिपोर्ट में अनहेल्दी खाद्य उत्पादों का उपभोग कम करने तथा कैंसर एवं मधुमेह जैसे रोगों का बोझ कम करने के उपाय सुझाए गए हैं. एफएसएएसआई ने दवा, पोषण जैसे क्षेत्रों तथा नामी गिरामी मेडिकल अनुसंधान एवं अकादमिक संस्थानों के आहार विशेषज्ञों का एक पैनल बनाया था.
बैलेंस डाइट लेने का दिया है सुझाव
Fssai पैनल की तरफ से सौंपी गई रिपोर्ट में एक बैलेंस डाइट लेने का सुझाव दिया गया है। यह डाइट ऐसी होनी चाहिए, जिससे कार्बोहाइड्रेट की 67-70 कैलोरी हो. 10-12 फीसदी प्रोटीन हो और 20 से 30 फीसदी फैट की मात्रा खाने में हो. फूड रेग्युललेटर ने कहा कि यह रिपोर्ट शुगर, फैट और सैल्टह का सेवन कम करने के लिए गाइडलाइन सेट करने में सहयोगी साबित होगी.
ज्यादा टैक्स लगने से कम होगा सेवन
रिपोर्ट में Fssai पैनल ने हाइली प्रोसेस्डइ फूड और चीनी की ज्याोदा मात्रा वाले बेवरेजेस पर ज्यारदा टैक्सक लगाने का सुझाव दिया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर प्री-पैकेज्डर फूड, ज्याफदा सैल्ट् और फैट वाले खाने पर अगर ज्याादा टैक्सक लगा दिया जाए तो इससे इनकी खपत में कमी आएगी. पैनल के मुताबिक अनहेल्दी फूड पर ज्यापदा टैक्सा वसूलने से लोग हेल्दीआ फूड्स की तरफ बढ़ेंगे. इससे हासिल होने वाले टैक्स से सरकार के न्यूैट्रीशन संबंधी कार्यक्रम को बढ़ाया जा सकता है.