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जानिए! किस कारण से 'तोहफे' में दिए जा रहे बिटकॉइन

18 January 2018 | 2.50 PM

मुंबई: बिटकॉइन खरीदने के लिए मुंबई के एक टेक्स्टाइल ट्रेडर से इनकम टैक्स अधिकारियों ने पूछताछ की थी और ट्रेडर ने जवाब दिया कि उन्होंने अपने बिटकॉइन दुबई में छोटे भाई को ट्रांसफर कर दिए हैं। इस ट्रेडर ने ईटी को बताया, 'मैंने पहले अपने बिटकॉइन को हार्डवेयर वॉलेट में दो अलग क्रिप्टोकरेंसी- गिफ्ट BAT अटेंशन टोकन और लाइटकॉइन में तब्दील किया। इसके बाद मैंने उन्हें अपने भाई के UAE के क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट में ट्रांसफर कर दिया।'


मुंबई से लगभग 300 किलोमीटर दूर रहने वाले 30 वर्षीय एक डायमंड ट्रेडर ने भी इसी तरह का तरीका अपनाया। एक एजेंट से संपर्क करने के बाद उन्होंने भी अपनी क्रिप्टोकरेंसी यूरोप में एक अन्य व्यक्ति को 'उपहार' में दे दी, जिसे वह अपना चचेरा भाई बताते हैं। इन दोनों में अंतर यह है कि इस ट्रेडर को क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू के लगभग बराबर नकदी कुछ ही घंटों में मिल गई थी।


इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने लगभग पांच लाख बिटकॉइन इन्वेस्टर्स को 28 प्रश्न भेजे थे। इनमें से बहुत से इन्वेस्टर्स ने जवाब में दावा किया है कि उनके पास अब क्रिप्टोकरेंसी नहीं है क्योंकि उन्होंने इसे उपहार में दे दिया है। इस डिवेलपमेंट की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि कुछ इन्वेस्टर्स ने वास्तव में अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को बिटकॉइन ट्रांसफर किए हैं या उपहार में दिए हैं। लेकिन अधिकतर मामलों में यह केवल आंखों में धूल झोंकने जैसी स्थिति है और इनमें बिटकॉइन ट्रांसफर करने वाले व्यक्ति को इसके बदले नकदी मिली है।


क्रिप्टोकरेंसी के प्राइस गिरने की शुरुआत होने से बहुत से इन्वेस्टर्स अपना नुकसान कम करने की कोशिश कर रहे हैं। वे भारत में टैक्स से बचने के लिए कई तरकीबों का इस्तेमाल कर रहे हैं। टैक्स एक्सपर्ट्स का कहना है कि इन तरकीबों से इन इन्वेस्टर्स को भले ही इनकम टैक्स से बचने में मदद मिल सकती है, लेकिन इससे वे अन्य जटिलताओं में फंस सकते हैं।


सीनियर टैक्स एक्सपर्ट, दिलीप लखानी ने बताया, 'बिटकॉइन का ट्रांसफर गिफ्ट या बिक्री के जरिए किया जा सकता है। भारत के बाहर रहने वाले किसी रिश्तेदार को गिफ्ट देने पर कोई इनकम टैक्स देनदारी नहीं होगी। लेकिन अगर विदेश में किसी गैर-रिश्तेदार व्यक्ति को गिफ्ट दिया जाता है तो इससे फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) रेगुलेशन का उल्लंघन हो सकता है।'


ऐसा पता चला है कि पिछले एक पखवाड़े में बहुत से इन्वेस्टर्स ने अपने बिटकॉइन विदेश में रहने वाले अपने रिश्तेदारों को उपहार में दिए हैं। ईटी ने पिछले महीने रिपोर्ट दी थी कि बिटकॉइन के प्राइस में बहुत अधिक तेजी आने से हुए मुनाफे पर इन्वेस्टर्स को 30 पर्सेंट टैक्स देना पड़ सकता है। इसके तुरंत बाद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बिटकॉइन एक्सचेंजों पर छापे मारे थे। इन एक्सचेंजों में जेबपे, यूनोकॉइन और कॉइनसिक्योर शामिल थे।

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