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लोगों ने बुक कराए थे फ्लैट, शुरू ही नहीं हुआ प्रॉजेक्ट, अब रिफंड की जंग:

4 January 2018 | 4.31 PM

यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे प्रस्तावित एक हाउजिंग सोसायटी में 2012-13 में 1,400 निवेशकों ने फ्लैट बुक कराए थे। तब से अब तक 5 साल बीते चुके हैं, लेकिन एनसीआर के तमाम प्रॉजेक्ट्स की तरह यह भी अटक गया है और इन्वेस्टर्स को अब रिफंड के लिए कानूनी जंग की तैयारी करनी पड़ रही है। इन निवेशकों के पास फ्लैट्स तैयार होने का इंतजार करने का विकल्प नहीं है क्योंकि यह प्रॉजेक्ट कभी शुरू आ ही नहीं और इसे बिल्डर ने वापस ले लिया है।


हम बात कर रहे हैं सनवर्ल्ड वंदिता प्रॉजेक्ट की। इस सोसायटी में फ्लैट के लिए इन्वेस्च करने वाले करीब 39 बायर्स ने अब अपनी रकम वापस पाने के लिए नैशनल कन्ज्यूमर फोरम का रुख किया है। बायर्स का दावा है कि यमुना एक्सप्रेस-वे के सेक्टर 22 डी में स्थित इस प्रॉजेक्ट को बीते साल ही बिल्डर ने वापस ले लिया था, लेकिन अब तक रिफंड नहीं मिला है। बिल्डर ने रिफंड के लिए बायर्स को जो चेक दिए थे, वे बाउंस हो चुके हैं। हर इन्वेस्टर का करीब 6.5 लाख रुपये से लेकर 8.5 लाख रुपये तक फंसा हुआ है। हालांकि डिवेलपर का कहना है कि उसने 75 पर्सेंट बायर्स को उनकी राशि लौटा दी है।


बाउंस हो गए प्रमोटर के दिए चेक

यमुना एक्सप्रेस-वे इंडस्ट्रियल डिवेलपमेंट अथॉरिटी का कहना है कि सनवर्ल्ड ने वंदिता के लिए 2010 में 104 एकड़ जमीन खरीदी थी और इसके लिए 100 करोड़ रुपये की रकम जमा कराई थी। सनवर्ल्ड का कहना है कि यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी की ओर से जरूरत की 65 फीसदी भूमि ही मुहैया कराई गई, वह भी टुकड़ों में दी गई, जिसके चलते उसका प्रॉजेक्ट परवान नहीं चढ़ सका।

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