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रेलवे जल्द नई इलैक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिगनलिंग प्रणाली लेकर आ रहा है...

4 February 2019 | 2.36 PM

नई दिल्ली : रेलटेल कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड की एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कम्पनी रेलटेल एंटरप्राइजिज लिमिटेड (आर.ई.एल.) को उत्तर रेलवे के 13 रेलवे स्टेशनों पर पुराने मैकेनिकल सिगनलिंग उपकरणों को बदलने और उनके स्थान पर अत्याधुनिक इलैक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग प्रणाली लगाने का कार्य सौंपा गया है. मौजूदा मैकेनिकल सिगनलिंग प्रणाली में सिगनल डाउन करने और पटरियों को बदलने के लिए लीवर फ्रेमों का इस्तेमाल होता है. नई इलैक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिगनलिंग प्रणाली एक क्लिक से ही सिगनल डाउन करने और पटरियों को बदलने में सक्षम होगी.

3 दिल्ली मंडल और 10 अंबाला मंडल के स्टेशन

आरईएल को जिन 13 रेलवे स्टेशनों का कार्य सौंपा गया है उनमें से 3 दिल्ली मंडल और 10 अम्बाला मंडल के हैं. दिल्ली मंडल के 3 स्टेशनों में कलायत, कैथल और पेहोवा रोड और अम्बाला मंडल के 10 रेलवे स्टेशनों में आनन्द3पुर साहिब, नंगलडैम, रोपड़ थर्मल प्लांट, बलुआना, गिद्दडबाहा, मलौट, पक्की, पंजकोसी, हिंदूमलकोट और फतुही शामिल है. इस परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 87 करोड़ रूपये है.

आर.ई.एल. और उत्तर रेलवे के बीच कार्य प्रारम्भ करने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं. यह समझौता महाप्रबन्धक, उत्तर रेलवे टी.पी. सिंह की मौजूदगी (जयपुर से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए से) में हुआ. मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर/परियोजना/ उत्तर रेलवे नीरज गुप्ता एवं आर.ई.एल. के ग्रुप जनरल मैनेजर पी.वी. श्रीकांत ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए. इस अवसर पर उत्तर रेलवे के अपर महाप्रबन्धक, राजेश तिवारी, उत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर, एस.पी. उपाध्याय, आर.ई.एल. के चेयरमैन पुनीत चावला, आर.ई.एल. के निदेशक ए.के. सबलानिया और आर.ई.एल. एवं रेलवे के अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे .

इन नई प्रणाली की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए उत्तर रेलवे के महाप्रबन्धक श्री टी.पी. सिंह ने कहा कि यह अत्याधुनिक सिगनलिंग प्रणाली रेल परिचालन में संरक्षा और दक्षता को बेहतर बनाने में सहयोगी होगी. हमें इन स्टेशनों पर यह प्रणाली लगाने का कार्य शीघ्रता से पूरा करने की आवश्यकता है.

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