• fulldetail

सुप्रीम कोर्ट: पार्किंग से गाड़ी चोरी होने पर होटल को देना होगा जुर्माना

18 November 2019 | 2.18 PM

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने गाड़ी चोरी के मामले में अहम फैसला सुनाते हुए कहा कि अगर होटल और रेस्टोरेंट की पार्किंग से गाड़ी चोरी होती है, तो मुआवजा भी होटल और रेस्टोरेंट को देना होगा। कोर्ट ने ताज महल होटल बनाम यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के मामले की सुनवाई में कहा कि ग्राहक ने कार की चाबी होटल मैनेजमेंट को सौपं दी, तो ग्राहक जब तक मैनेजमेंट से दोबारा चाबी नहीं ले लेता है, तब तक गाड़ी की सुरक्षा होटल की होगी और गाड़ी के चोरी होने या फिर उसमें कुछ नुकसान होने पर होटल को मुआवजा देना होगा।

1998 के गाड़ी चोरी के मामले में होटल दोषी करार

सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के होटल ताज महल के साल 1998 में गाड़ी चोरी के मामले में उपभोक्ता आयोग के उस फैसले को सही ठहराया, जिसमें मारुति जेन कार के होटल से चोरी होने पर आयोग ने होटल के मैनेजमेंट को दोषी ठहराते हुए 2.8 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था।आयोग ने इसे होटल मैनेजमेंट की लापरवाही माना था। कहा गया कि यह होटल की जिम्मेदारी है कि कस्टमर का वाहन जिस स्थिति में पार्क किया गया, उस स्थिति में ही उसे वापस मिले।

मुफ्त पार्किंग के नाम पर जुर्माने से बच नहीं सकते

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि होटल यह कहकर बच नहीं सकते हैं कि उनकी तरफ से कार पार्किंग मुफ्त में दी गई थी। कोर्ट ने कहा कि होटल ग्राहक से रुम, फूड, एंट्री फीस की सर्विस के तौर पर कई तरह से पैसे चार्ज करते हैं। ऐसे में गाड़ी चोरी पर मुआवजा होटल को ही देना होगा।

Comment Here