9 April 2019 | 12.21 PM
नई दिल्ली : आज के समय में शिक्षा की लागत बहुत ज्यादा बढ़ गई है। अगर उच्च शिक्षा की बात हो तो इसकी लागत तो जैसे आसमान को छूती जा रही है। आज के समय में लोग हायर एजुकेशन के लिए लोन लेते हैं। अगर आप भी एजुकेशन लोन लेने के बारे में सोच रहे हैं तो पहले आपको इन बातों को जानना जरूरी है।
भारत का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक एजुकेशन लोन देता है। एसबीआई एजुकेशन लोन के तहत, भारतीय स्टेट बैंक के पास स्टूडेंट्स के लिए एजुकेशन लोन वेब प्लेटफॉर्म, एजुकेशन लोन स्कीम, एसबीआई हायर एजुकेशन लोन स्कीम, वोकेशनल एजुकेशन के लिए लोन स्कीम है। एसबीआई से एजुकेशन लोन लेने के लिए भारत या विदेश में किसी वैध संस्था से मान्यताप्राप्त कॉलेज या यूनिवर्सिटी में एडमिशन तय होना जरूरी है। एसबीआई स्टूडेंट लोन स्कीम के तहत छात्रों को दिए जाने वाले एजुकेशन लोन पर कोई प्रोसेसिंग फीस नहीं लगती है।
यहां एसबीआई एजुकेशन लोन से जुड़ी सभी जानकारियां हैं। भारत में हायर एजुकेशन में शामिल कोर्स:
1. यूजीसी/एआईसीटीई/आईएमसी/सरकार से मान्यता प्राप्त कॉलेज/यूनिवर्सिटी की तरफ से चलने वाले टेक्नोलॉजी कोर्स, प्रोफेशनल कोर्स में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन में डिग्री या डिप्लोमा।
2. आईआईटी और आईआईएम जैसे इंस्टीट्यूट की तरफ से चलने वाले डिग्री और डिप्लोमा कोर्स
3. केंद्र सरकार या राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त टीचिंग कोर्स / नर्सिंग कोर्स।
4.डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन / शिपिंग या इससे संबंधित इंस्टीट्यूट से मान्यता प्राप्त डिग्री / डिप्लोमा कोर्स जैसे एरोनॉटिकल, पायलट ट्रेनिंग, शिपिंग आदि।
विदेश में हायर एजुकेशन में शामिल कोर्स:
1.जानी-मानी यूनिवर्सिटी की तरफ से प्रोफेशनल/ टेक्निकल ग्रेजुएशन डिग्री कोर्स / पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री और डिप्लोमा कोर्स जैसे एमसीए, एमबीए, एमएस आदि ऑफर किए जाते हैं।
2.लंदन में सीआईएमए की तरफ से संचालित कोर्स और यूएसए में सीपीए की तरफ से संचालित कोर्स।
इन खर्चों को कवर किया जाता है:
1.एग्जाम/लाइब्रेरी/लेबोरेटरी के लिए कॉलेज/स्कूल/हॉस्टल को दी जाने वाली फीस।
2.कोर्स के लिए जरूरी किताब/उपकरण/सामान/ड्रेस और कम्प्यूटर की खरीद का खर्च।
3.डिपॉजिट/बिल्डिंग फंड/रिफंडेबल डिपॉजिट
4.विदेश में पढ़ाई के लिए यात्रा का खर्च।
5.टू-व्हीलर के लिए 50 हजार तक खर्च
6.अन्य जरूरी खर्च जैसे स्टडी टूर और प्रोजेक्ट वर्क आदि।
लोन अमाउंट: एसबीआई भारत में हायर एजुकेशन के लिए 10 लाख रुपये तक और विदेशों में हायर एजुकेशन के लिए 20 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन देता है।
ब्याज दर: एसबीआई 8.55 फीसद से 10.80 फीसद के बीच ब्याज दर लेता है, जिसमें छात्राओं को 0.50 फीसद की छूट मिलती है।
रीपेमेंट: लोन अमाउंट को वापस देने की अवधि कोर्स पूरा होने के एक साल बाद शुरू होती है। उसके बाद इसे 15 सालों के अंदर चुकाया जाता है।
ईएमआई: लोन अमाउंट को वापस चुकाने की अवधि कोर्स पूरा होने के एक साल बाद शुरू होती है। इसमें कोर्स के दौरान लगने वाला ब्याज मूल धन में जुड़ जाता है, जिसे ईएमआई के आधार पर चुकाया जाता है। अगर रीपेमेंट शुरू होने से पहले ही ब्याज चुका दिया जाता है तो सिर्फ मूल राशि को ईएमआई के आधार पर चुकाना होता है।
सिक्योरिटी: 7.5 लाख रुपये तक के एजुकेशन लोन के लिए किसी सिक्योरिटी या थर्ड पार्टी गारंटी की जरूरत नहीं होती है। सिर्फ माता-पिता या अभिभावक का सह-आवेदक होना ही जरूरी है। 7.5 लाख रुपये से अधिक लोन के लिए माता-पिता या अभिभावक का सह-आवेदक होने के साथ सिक्योरिटी की भी आवश्यकता होती है।