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चेन्नई तीसरी बार बनी IPL की चैंपियन वॉटसन के तूफान से जीता खिताब:

28 May 2018 | 11.14 AM

चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल सीजन 11 की विजेता बन गई है. रविवार को खेले गए खिताबी जंग में उसने सनराइजर्स हैदराबाद को 8 विकेट से हरा दिया है. अपने सातवें फाइनल में चेन्नई ने तीसरी बार आईपीएल का खिताब अपने नाम कर लिया.


आईपीएल हिस्ट्री में चेन्नई मुंबई इंडियंस के बाद दूसरी ऐसी टीम बन गई है जिसने तीसरी बार ये खिताब जीता. मुंबई इंडियंस ने साल 2013, 2015 और 2017 का आईपीएल खिताब अपने नाम किया था और ये तीनों ही खिताब उसे रोहित शर्मा की कप्तानी में मिले. रोहित के बाद अब धोनी ने भी चेन्नई सुपर किंग्स को तीन बार आईपीएल चैंपियन बना दिया है.


इससे पहले चेन्नई सुपर किंग्स ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में साल 2010 और 2011 का खिताब अपने नाम किया था, लेकिन दो साल के प्रतिबंध के बाद वापसी करने वाली चेन्नई को धोनी ने उसी पुराने अंदाज में संवारते हुए IPL सीजन 11 का चैंपियन बना दिया.


इस खिताबी मुकाबले में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने 20 ओवर में 6 विकेट गंवा कर 178 रन बनाए और चेन्नई सुपर किंग्स के सामने 179 रनों की चुनौती रखी. जवाब में चेन्नई सुपर किंग्स ने शेन वॉटसन के तूफानी शतक की बदौलत 9 गेंदें शेष रहते 181 रन बनाते हुए तीसरी बार आईपीएल ट्रॉफी पर कब्जा कर लिया. फाइनल में शेन वॉटसन ने 51 गेंदों में शतक ठोककर चेन्नई के लिए जीत आसान कर दी.


शेन वॉटसन के 57 गेंदों में नाबाद 117 रन जड़ते हुए चेन्नई सुपर किंग्स को तीसरी बार आईपीएल का विजेता बना दिया. वॉटसन की बेहतरीन पारी की बदौलत चेन्नई ने IPL11 के फाइनल में सनराइजर्स हैदराबाद को हरा उसके दूसरे खिताब जीतने के सपने को तोड़ दिया. यह चेन्नई का सातवां आईपीएल फाइनल था और उसके कप्तान धोनी का आठवां. चेन्नई का नाम आईपीएल इतिहास की सबसे सफल टीमों में गिना जाता है क्योंकि उसने नौ सीजन खेले हैं और सभी बार प्लेऑफ में जगह बनाई.


हैदराबाद के इस सीजन के प्रदर्शन को देखकर लग रहा था कि मुकाबला रोमांचक तो होगा ही, लेकिन 11 चौके और आठ छक्के मारने वाले वॉटसन ने इसे रोमांचक से ज्यादा मनोरंजक बना दिया. वॉटसन का यह इस सीजन में दूसरा शतक है. वह आईपीएल के एक सीजन में दो शतक लगाने वाले चौथे बल्लेबाज बन गए हैं. साथ ही वह आईपीएल फाइनल में लक्ष्य का पीछा करते हुए शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज भी बन गए हैं.


चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करने उतरी चेन्नई को वॉटसन और उनके जोड़ीदार फाफ डु प्लेसिस (10) ने तेज शुरुआत देने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं रहे क्योंकि भुवनेश्वर कुमार और संदीप शर्मा ने दोनों को बांधे रखा. इसी दबाव में डु प्लेसिस ने संयम खो दिया और बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में संदीप की गेंद पर उन्हीं के द्वारा लपके गए.


लगा हैदराबाद हावी हो जाएगी लेकिन वॉटसन ने ऐसा होने नहीं दिया और इसमें सुरेश रैना ने उनका बखूबी साथ दिया. दोनों ने तेजी से रन बटोरने के साथ सूझबूझ से पारी को बनाया. दोनों जानते थे कि राशिद खान उनके लिए परेशानी खड़ी कर सकते हैं इसलिए उन पर वार नहीं किया. राशिद के कुल तीन ओवरों में इन दोनों खिलाड़ियों ने सिर्फ 12 रन लिए. दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 117 रनों की साझेदारी की.


रैना को कार्लोस ब्रैथवेट ने 14वें ओवर की तीसरी गेंद पर 133 के कुल स्कोर पर पवेलियन भेजा. रैना ने 24 गेंदों में तीन चौके और एक छक्के की मदद से 24 रन बनाए. वॉटसन ने 17वें ओवर की तीसरी गेंद पर एक रन लेकर इस सीजन में अपना दूसरा शतक पूरा किया जिसके लिए उन्होंने 51 गेंदें लीं. वॉटसन के साथ अंबति रायडू 19 गेंदों में एक चौका और एक छक्का मार लौटे. उन्होंने चौका मार चेन्नई को विजेता बनाया.


ट्रॉफी पर कब्जे के लिए CSK को मिली थी 179 रनों की चुनौती


टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने 20 ओवर में 6 विकेट गंवा कर 178 रन बनाए और चेन्नई सुपर किंग्स के सामने 179 रनों की चुनौती रखी. हैदराबाद के लिए यूसुफ पठान ने अंत में नाबाद 45 रन बनाए. कप्तान केन विलियमसन ने 47 रनों का योगदान दिया. पठान ने 25 गेंदों की पारी में चार चौके और दो छक्के लगाए.


विलियमसन ने 36 गेंदों का सामना किया और पांच चौकों के अलावा दो छक्के लगाए. शिखर धवन ने 26 और शाकिब अल हसन ने 23 रनों का योगदान दिया. अंत में कार्लोस ब्रैथवेट ने 10 गेंदों में तीन छक्कों की मदद से 21 रन बनाए. चेन्नई के लिए लुंगी एंगिडी, रवींद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर, कर्ण शर्मा, ब्रावो ने एक-एक विकेट लिए.


चेन्नई सुपर किंग्स के लिए गेंदबाजी की शुरुआत दीपक चाहर ने की और अपने पहले ओवर में सिर्फ 6 रन दिए. इसके बाद पारी का दूसरा ओवर करने आए लुंगी एंगिडी ने अपने ओवर में कुल 7 रन दिए और सनराइजर्स हैदराबाद के ओपनरों को हाथ खोलने का मौका नहीं दिया. इसका असर जल्द देखने को मिला और श्रीवत्स गोस्वामी रन चुराने के चक्कर में रनआउट होकर पवेलियन लौट गए. गोस्वामी 5 रन बनाकर आउट हुए.


हैदराबाद की पारी का चौथा ओवर मेडन रहा और तेज गेंदबाज लुंगी एंगिडी ने इस ओवर में एक भी रन नहीं दिया. पावरप्ले में हैदराबाद की बल्लेबाजी धीमी रही और टीम ने एक विकेट के नुकसान पर सिर्फ 42 रन ही जुटाए. इस दौरान धवन के बल्ले से 18 रन और विलियमसन के बल्ले से 16 रन निकले. सातवें ओवर में सनराइजर्स हैदराबाद का स्कोर 50 रन के पार पहुंचा. नौवें ओवर की तीसरी गेंद पर रवींद्र जडेजा ने शिखर धवन को क्लीन बोल्ड कर हैदराबाद की टीम को दूसरा झटका दिया. धवन 26 रन बनाकर आउट हुए. अपनी 25 गेंदों की पारी में उन्होंने 2 चौके और 1 छक्का लगाया.
गेंद पर चकमा खा गए और विकेट के पीछे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें स्टंप आउट कर दिया. विलियम्सन 47 रन बनाकर आउट हुए. अपनी 36 गेंदों की पारी में उन्होंने 5 चौके और 2 छक्के लगाए.


16वें ओवर में ड्वेन ब्रावो ने शाकिब अल हसन को सुरेश रैना के हाथों कैच आउट करा हैदराबाद को चौथा झटका दिया. शाकिब 23 रन बनाकर आउट हुए. शाकिब के बाद दीपक हुड्डा भी कुछ खास नहीं कर सके और 17वें ओवर में लुंगी नगिदी का शिकार बने. हैदराबाद की पारी के आखिरी ओवर में कार्लोस ब्रैथवेट का विकेट गिरा, जब शार्दुल ठाकुर ने उन्हें रायडू के हाथों कैच आउट करा दिया.


हैदराबाद के लिए अंत में कार्लोस ब्रैथवेट ने 10 गेंदों में तीन छक्कों की मदद से 21 रन बनाए. वहीं युसूफ पठान का बल्ला इस मैच में चल पड़ा और वह 25 गेंदों में चार चौके और दो छक्कों की मदद से 45 रन बनाकर नाबाद लौटे. इन दोनों ने आखिरी के तीन ओवरों में 34 रन जोड़ अपनी टीम को चुनौतीपूर्ण स्कोर प्रदान किया.


चेन्नई ने टॉस जीतकर हैदराबाद को दी पहले बैटिंग चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया और सनराइजर्स हैदराबाद को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया. चेन्नई सुपर किंग्स की प्लेइंग इलेवन में एक बदलाव हुआ. हरभजन सिंह की जगह लेग स्पिनर कर्ण शर्मा को शामिल किया गया. वहीं सनराइजर्स हैदराबाद ने अपनी प्लेइंग इलेवन में दो बदलाव किए. विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा की जगह श्रीवत्स गोस्वामी को मौका दिया गया. इसके अलावा तेज गेंदबाज खलील अहमद की जगह संदीप शर्मा वापस आए.

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