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SBI क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल पर उठाएं 7 फ्री सर्विस का फायदा...

13 April 2019 | 12.58 PM

नई दिल्ली: ज्यादातर लोग डेबिट कार्ड के साथ-साथ क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं. अगर ये कहें कि जमाना ही क्रेडिट कार्ड का आ गया है तो इसमें कोई दो मत नहीं होगा. सभी बैंक क्रेडिट कार्ड ऑफर कर रहा है. ऐसे में अगर आप देश के सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते हैं तो यह आपके लिए काम की खबर है. SBI अपने ग्राहकों को क्रेडिट कार्ड पर कई तरह की सुविधाएं दे रहा है. लेकिन, इसके लिए आपको क्रेडिट कार्ड को YONO एप से लिंक करना होगा.

हाल ही में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने योनो ऐप और एसबीआई योनो वेबसाइट के जरिए कार्डलेस कैश निकालने की सुविधा शुरु की है. यह सर्विस देश के 16 हजार 500 एटीमों में शुरु की गई है. अगर आपका क्रेडिट कार्ड योनो एप से लिंक है तो आपको सात तरह की सुविधाएं मिलेंगी. इनमें बिल पेमेंट, पिन मैनेज, कार्ड ब्लॉक, रिवार्ड प्वॉइंट्स को चेक और रीडिम करना आदि शामिल हैं.

कैसे लिंक करें योनो एप और क्रेडिट कार्ड?

पहले अपने मोबाइल फोन में योनो एप डाउनलोड करें. एप खोलने के बाद गो टू कार्ड्स का ऑप्शन दिखेगा. यहां क्रेडिट कार्ड वाले ऑप्शन पर क्लिक करना है. क्रेडिट कार्ड का डिटेल भरने के बाद आपका क्रेडिट कार्ड मोबाइल एप से लिंक हो जाएगा.
बता दें, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया बिना कार्ड के रकम निकालने की सुविधा देने वाला देश का पहला बैंक है. बिना डेबिट कार्ड के एटीएम से कैश निकालने के लिए YONO कैश को पेश किया है. अगर आप भी बिना डेबिट कार्ड के पैसे निकालना चाहते हैं तो आगे लिखे प्रोसेस को फॉलो करें.

बिना एटीएम कार्ड के ऐसे निकालें पैसे

1. सबसे पहले एसबीआई ग्राहक अपने मोबाइल में योनो ऐप डाउनलोड करें.

2. इस एप पर आपको कैश निकालने का विकल्प मिलेगा.

3. कैश ट्रांजेक्शन के लिए 6 डिजिट का पिन सेट करें.

4. ट्रांजेक्शन के लिए एसएमएम के माध्यम से 6 डिजिट का रेफरेंस नंबर भी मिलेगा.

5. इसके बाद एटीएम में जाकर 30 मिनट के भीतर रकम निकाल सकते हैं.

6. एटीएम मशीन पर भी YONO कैश का ऑप्शन होगा.

7. एटीएम में 6 डिजिट का पिन और 6 डिजिट का रेफरेंस नंबर दर्ज करें.

8. रेफरेंस नंबर दर्ज करते ही एटीएम से कैश निकलर आपके हाथ में आ जाएगा.

कार्ड क्लोनिंग पर लगेगा लगाम

YONO कैश को सुरक्षित माना जाता है. बैंकर्स का कहना है कि ऐसा क्लोनिंग की समस्या से निपटने के लिए किया गया है. इस तरह ट्रांजैक्शन करने से आने वाले दिनों में कार्ड से होने वाले फ्रॉड को रोका जा सकता है.

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