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जानिए कौनसा IPO लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स के लिए फायदेमंद है:

20 March 2018 | 1.23 PM

ऑटो कंपोनेंट बनाने वाली कंपनी संधार टेक्नोलॉजीज के आईपीओ में निवेश करना लॉन्ग टर्म इनवेस्टर्स के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसकी वजह यह है कि कंपनी नए प्लांट की उत्पादन क्षमता का इस्तेमाल बढ़ा रही है, इसके मामले में ब्याज की लागत घट रही है, नए प्रॉडक्ट्स से रेवेन्यू बढ़ने की ओर है और इसका प्राइस टू अर्निंग रेशियो वाजिब दिख रहा है। कंपनी ज्यादातर ऐसे प्रॉडक्ट्स बनाती है जो बैटरी से चलने वाली गाड़ियों में भी इस्तेमाल किए जा सकेंगे। कुछ इनवेस्टर्स इलेक्ट्रिक वीइकल की ग्लोबल मास मार्केट लॉन्चिंग से पहले इस ऑटो कंपोनेंट कंपनी में अपना एक्सपोजर घटा रहे हैं।


बिजनस मॉडल


गुरुग्राम की कंपनी संधार टेक्नोलॉजीज लॉकिंग सिस्टम, विजन सिस्टम, डोर हैंडल, शीट मेटल कंपोनेंट्स, केबिन और ऑटो इलेक्ट्रॉनिक्स बनाती है। कंपनी की सेल्स में टू व्हीलर्स का 58%, पैसेंजर व्हीकल्स का 30% और कमर्शियल व्हीकल्स का 9% कंट्रिब्यूशन है। कंपनी की सबसे बड़ी कस्टमर हीरो मोटोकॉर्प है जिससे इसको 28% आमदनी हासिल होती है जबकि इसक दूसरी बड़ी कस्टमर टीवीएस मोटर्स से इसे 23% रेवेन्यू हासिल होता है। कंपनी टूव्हीलर्स के लिए कंबाइंड ब्रेक सिस्टम (CBS), हेलमेअ और ट्रैक्टर के लिए केबिन जैसे कंपोनेंट्स पर फोकस बढ़ा रही है जिनको सरकार ने पहले ही जरूरी बना दिया है। कंपनी ने किफायती सीबीएस डिवेलप किया है। इसके साथ ही BS-VI लागू होने से कंपनी को फ्यूल पंप के लिए नए ऑर्डर हासिल करने में मदद मिलेगी। कंपनी ने नए प्लांट्स में लगभग 650 करोड़ रुपये लगाए हैं। कंपनी के लिए इनवेस्टमेंट का दौर अब खत्म होने ही वाला है। कैपेसिटी यूटिलाइजेशन में लगातार सुधार होने से मार्जिन में भी बढ़ोतरी होगी। नए प्लांट्स से 3-4 गुना का एसेट्स टर्नओवर हासिल होगा।


फाइनैंशल पोजिशन


कंपनी पर 402 करोड़ रुपये का कर्ज है जिसमें से 191 करोड़ रुपये लॉन्ग टर्म लोन है। कंपनी फ्रेश शेयरों की बिक्री से हासिल रकम का इस्तेमाल लॉन्ग टर्म डेट खत्म करने में करेगी। कंपनी हर साल लगभग 42 करोड़ रुपये का ब्याज चुका रही है।


रिस्क फैक्टर

कंपनी को 58% रेवेन्यू टू व्हीलर्स से हासिल होता है। इस सेगमेंट अगर किसी तरह की सुस्ती आती है और नए प्रॉडक्ट्स की सेल भी सुस्त रहती है तो उससे कंपनी के रेवेन्यू पर दबाव बन सकता है। इसी तरह, रोड कंस्ट्रक्शन और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में सुस्ती आने से भी कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ प्रभावित हो सकती है क्योंकि यह रोड लेयर्स के लिए केबिन कंपोनेंट्स भी बनाती है।


वैल्यूएशन


प्राइस बैंड के हायर लेवल पर इश्यू का वैल्यूएशन फिस्कल 2018 के अनुमानित ईपीएस का 29 (इश्यू आने से पहले) और 25 (इश्यू आने के बाद) गुना लगा है जो कॉम्पिटिटर कंपनी मिंडा कॉरपोरेशन से कम है। फिस्कल ईयर 2018 की दूसरी छमाही में कंपनी का परफॉर्मेंस बेहतर रह सकता है क्योंकि पिछले पांच महीनों में हीरो मोटोकॉर्प की वॉल्यूम ग्रोथ 20% और टीवीएस मोटर की ग्रोथ 22% रही है। कंपनी को नए प्लांट्स से कम लॉस होने से भी कंपनी के प्रॉफिट में बढ़ोतरी होगी।

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