10 November 2017 | 1.23 PM
पब्लिक सेक्टर में देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक कहा जाने वाला पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के ग्राहक हैं, तो आपके लिए एक बुरी खबर है। मार्च से लेकर के सितंबर तक 928 एटीएम बंद करने के बाद बैंक ने फिर से एक कठोर फैसला लिया है। हालांकि इससे बैंक को तो फायदा होगा, लेकिन इसके ग्राहकों को मुसीबत झेलनी होगी। बैंक अपनी 300 ब्रांचेज को जल्द से बंद करने जा रहा है। यह ऐसी ब्रांच हैं, जिनको चलाने में बैंक को घाटा हो रहा है। बैंक आगे चलकर इन 300 ब्रांचों को उन ब्रांच में विलय कर देगा, जो प्रॉफिट में चल रही हैं। पूरे देश में सितंबर तक बैंक की कुल 6940 ब्रांच ऑपरेशन में थीं।
बिजनेस कॉरस्पोंडेंट के जरिए देगा सर्विस
बैंक इन 300 ब्रांचों के खाता धारकों को अपने बिजनेस कॉरस्पोंडेंट के जरिए देगा। इसका मतलब यह है कि जो ब्रांच दूर-दराज के क्षेत्रों में हैं और जिनसे बिजनेस न के बराबर हो रहा है, वहां पर बैंक ताला लगा देगा। इन ब्रांच के कर्मचारियों को दूसरी ब्रांच में शिफ्ट किया जाएगा। इसके साथ ही खाताधारकों के खाते भी पास में स्थित दूसरी ब्रांच में ट्रांसफर कर दिए जाएंगे।
देना होगा चार्ज
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के ग्राहकों को बैंक की दूसरी शाखा में 5,000 रुपये से अधिक नकद जमा करने पर शुल्क का भुगतान करना होगा। अगर शाखा उसी शहर में स्थित है तो भी शुल्क देना होगा। फिलहाल पीएनबी ग्राहकों को शहर के अंदर दूसरी शाखा में 25,000 रुपये से अधिक जमा करने पर ही शुल्क देना होता है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के बाद ये ग्राहकों पर दोहरी मार जैसा है।
पीएनबी ने ग्राहकों को भेजी गई सूचना में कहा, ‘ऋण के अलावा दूसरे मामलों में शुल्क (जीएसटी शामिल नहीं) संशोधित करने का निर्णय किया गया है। इसके तहत आधार शाखा के अलावा शहर की दूसरी शाखा में 5,000 रुपये से अधिक जमा करने पर शुल्क लगेगा।’
एक ग्राहक को 5,000 रुपये से ऊपर प्रति 1,000 रुपये पर एक रुपये शुल्क देना होगा। यह शुल्क इस प्रकार की जमा पर न्यूनतम 25 रुपये होगा। दूसरे शहर की शाखा में एक सितंबर से 5,000 रुपये तक जमा मुफ्त होगा। फिलहाल यह सीमा 25,000 रुपये है।
दूसरे शहर की शाखा में पांच हजार रुपये से अधिक जमा पर न्यूनतम 25 रुपये और प्रति 1,000 रुपये या उसके अंश पर दो रुपये न्यूनतम शुल्क लगेगा। ऐसी जमा पर न्यूनतम शुल्क 25 रुपये होगा।
चेक वापसी के शुल्क में भी संशोधन
बैंक ने चेक वापस लौटने को लेकर भी शुल्क में संशोधन किया है। इसके तहत पहली बार एक करोड़ रुपये से अधिक भुगतान वाले चेक की वापसी पर 2,000 रुपये तथा उसके बाद चेक बाउंस होने पर 2,500 रुपये शुल्क लगेगा। साथ ही पीएनबी ने महानगरों में विभिन्न प्रकार की लॉकर सुविधा शुल्क भी बढ़ाया है।
लॉकर किराये में 25 फीसदी वृद्धि
लॉकर किराये में 25 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। इसके तहत महानगरों में छोटे, मझोले एवं बड़े और अधिक बड़े आकार के लॉकर के लिए शुल्क क्रमश: 1500 रुपये, 3,500 रुपये, 5,500 रुपये तथा 10,000 रुपये होगा। इससे पहले ये शुल्क 1,200, 2,800, 4,500 और 8,000 रुपये थे।
इसके अलावा पीएनबी 22 शाखाओं में 25 प्रतिशत प्रीमियम शुल्क लगाएगा। इन 22 शाखाओं में 19 दिल्ली मंप और एक गुड़गांव और दो फरीदाबाद में हैं। इन शुल्कों पर 18 प्रतिशत जीएसटी और लगेगा। पहले इन सेवाओं पर कर की दर 15 फीसदी था।