26 December 2019 | 3.05 PM
इसी महीने के 15 तारीख से नेशनल हाईवे के टोल प्लाजा पर फास्टैग अनिवार्य कर दिया गया है. इसके तहत अब हर छोटे बड़े वाहनों में फास्टैग लगाना जरुरी हो गया है.
अब नेशनल इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन को भीम UPI से रिचार्ज करने का विकल्प उपलब्ध कराया है. एक बयान करके कहा गया है कि भीम UPI आधारित मोबाइल ऐप के जरिये वाहन मालिक रास्ते में चलते चलते भी अपना फास्टैग को रिचार्ज करा सकते है और उन्हें टोल प्लाजा पर रुकने की जरुरत नहीं पड़ेगी। एनपीसीआई की सीईओ प्रवीना राय ने कहा है कि ग्राहकों को NETC फास्टैग का बेहतर अनुभव उपलब्ध कराना हमारा मकसद है. हमारा विश्वास है कि इस सुविधा से उन्हें टोल फ्री भुगतान के लिए एक सुगम, सुरक्षित और पारदर्शी माध्यम मिल सकेगा।
1. 10 करोड़ फास्टैग
भारतीय राजमार्ग प्राधिकरण के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार विभिन्न बिक्री केंद्रों के जरिये करीब 1. 10 करोड़ फास्टैग जारी किये गए है. अधिकारी के मुताबिक हर दिन टोल कलेक्शन करीब 46 करोड़ रुपए पहुंच गया है. एक अधिकारी के अनुसार आठ दिन के भीतर फास्टैग से हर दिन आधार पर टोल लेनदेन की संख्या करीब 24 लाख पहुंच गई है.
क्या है फास्टैग?
डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए देशभर के 500 से अधिक टोल प्लाजा पर फास्टैग लागू किया गया है. फास्टैग को गाडी के विंडस्क्रीन पर लगाना होता है. इसे लगाने के बाद नेशनल हाईवे के टोल प्लाजा से गुजरने पर वहां लोग कैमरे से इसे स्कैन कर लेते है. इसके बाद टोल की रकम आपके अकाउंट से अपने आप कट जाती है. यह प्रक्रिया चंद सेकेंड में पूरी होती है.