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रामनाथ कोविंद ने की जीत हासिल, लेकिन अधूरा रह गया बीजेपी का वो सपना :

21 July 2017 | 11.02 AM

रामनाथ कोविंद ने की जीत हासिल, लेकिन अधूरा रह गया बीजेपी का वो सपना :


नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के प्रत्याशी रामनाथ कोविंद की जीत बीजेपी में खुशी लेकर आई है. ऐसा पहली बार हुआ जब बीजेपी का कोई नेता रायसीना हिल्स पहुंचा है. लेकिन इस जीत के बावजूद भी बीजेपी का एक ख्वाब जरूर अधूरा रह गया है जिसे पूरा करने के लिए पार्टी ने पूरी कोशिश की. दरअसल बीजेपी चाहती थी कि इस चुनाव में वह राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को मिले वोटों के प्रतिशत का रिकॉर्ड दे. ऐसा हो भी सकता था क्योंकि में केंद्र में बीजेपी की प्रचंड बहुमत वाली सरकार है और कई राज्यों में भी बीजेपी की ही सत्ता है. फिर बीजेपी प्रणब दा के रिकॉर्ड को तोड़ नहीं पाई.


प्रणब मुखर्जी को कितने मिले थे वोट


चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक कोविंद के पूर्ववर्ती प्रणब मुखर्जी को वर्ष 2012 में हुए चुनाव में 69.31 फीसदी वोट मिले थे. वर्ष 2007 में प्रतिभा पाटिल को 65.82 प्रतिशत मिले थे, जो कोविंद की तुलना में थोड़ा अधिक था. केआर नारायणन (1997) और एपीजे अब्दुल कलाम (2002) को क्रमश: 94.97 और 89.57 प्रतिशत मत मिले थे.


रामनाथ कोविंद को मिले वोट


राष्ट्रपति चुनाव में राजग के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने आसान जीत दर्ज की है लेकिन आंकड़ों पर गौर करें तो उनका वोट प्रतिशत वर्ष 1974 से लेकर अब तक सबसे कम रहा है. कोविंद ने राष्ट्रपति चुनाव में कुल 10,90,300 में से 7,02,044 मत प्राप्त किए. वहीं उनकी प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार मीरा कुमार को 3,67,314 मिले. इस हिसाब से निर्वाचित उम्मीदवार को 65.65 प्रतिशत मत मिले. हालांकि जीत का अंतर वर्ष 1974 की तुलना में सबसे कम है.


मीरा कुमार ने बनाया रिकॉर्ड


वहीं यूपीए की प्रत्याशी मीरा कुमार भले ही चुनाव हार गई हों लेकिन उन्होंने 50 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. उनको इस चुनाव में 3.67 लाख वोट मिले हैं. ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी हारने वाले प्रत्याशी को इतने वोट मिले हैं.

 

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