16 May 2017 | 11.28 AM
नई दिल्ली : लालू यादव के दिल्ली, गुड़गांव समेत 22 ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापा मारा है. पीटीआई के मुताबिक सूत्रों के मुताबिक 1000 करोड़ की बेनामी लैंड डील मामले में यह छापेमारी की गई है. इसके साथ राजद नेता और लालू के करीबी प्रेम चंद गुप्ता के ठिकानों पर भी छापे मारे गए हैं. इससे पहले सुबह कांग्रेस के वरिष्ठं नेता पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति के आवास पर सीबीआई ने छापा मारा है. इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी. चिदंबरम के घर समेत चेन्न ई में 14 जगहों पर छापे मारे गए हैं.
सूत्रों के मुताबिक कथित रूप से कार्ति चिदंबरम पर आरोप है कि उनकी कंपनी ने आईएनएक्सो समूह को विदेशी निवेश के मामले में क्ली यरेंस दिलाने की एवज में 2008 में रिश्वेत ली थी. पी चिदंबरम कांग्रेस के दिग्ग ज नेताओं में से एक हैं और मनमोहन सिंह सरकार में वित्तं मंत्री और गृह मंत्री रह चुके हैं. उस दौरान आईएनएक्सै पर पूर्व टायकून पीटर मुखर्जी और पत्नीम इंद्राणी मुखर्जी का स्वागमित्वद था जो कि अपनी बेटी शीना बोरा की हत्यार के मामले में जेल में हैं.
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक वे इस मामले की जांच कर रहे हैं कि कार्ति चिदंबरम की कंपनी को आईएनएक्सर समूह से 10 लाख रुपये मिले थे. उसके बदले में कार्ति की कंपनी ने आईएनएक्सक को चार करोड़ रुपये पाने के लिए एफआईपीबी यानी फॉरेन एक्संचेंज प्रमोशन बोर्ड क्लीएयरेंस दिलाने में मदद की थी. वास्तआव में आईएनएक्सं को इसके जरिये चार करोड़ नहीं बल्कि 305 करोड़ रुपये मिले थे. सीबीआई की छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए पी चिदंबरम ने कहा कि इसके माध्यनम से सरकार मेरी आवाज दबाने की कोशिश कर रही है. लेकिन इसके बावजूद मैं यह कहना चाहूंगा कि मैं सरकार के खिलाफ लिखता और बोलता रहूंगा. इस संबंध में कांग्रेस के प्रवक्ताू टॉम वडक्कंन ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ''यह लोगों का ध्यासन आकर्षित करने के लिए और एक धारणा विकसित करने के लिए किया गया है.''