25 December 2017 | 12.26 PM
क्रिसमस का त्योहार दुनियाभर में धूमधाम से मनाया जाता है. यह ईसाई समुदाय का सबसे बड़ा त्योहार है. 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार क्रिसमस भगवान ईसा मसीह (जीसस क्राइस्ट) के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है. ईसा मसीह को प्रभु यीशु के नाम से भी याद किया जाता है. अपने विचारों के कारण वे पूरे रोमन साम्राज्य में प्रसिद्ध हुए. इनकी शिक्षाएं आज भी हमारे लिए एक अनमोल रत्न की तरह है. क्रिसमस के मौके पर आइए जानते हैं ईसा मसीह (जीसस क्राइस्ट) के प्रेरणादायक वचन.
यदि तुम उनसे प्रेम करते हो जो तुमसे प्रेम करते हैं, तुम्हे इसका क्या श्रेय मिलेगा ? क्योंकि पापी भी उससे प्रेम करते हैं जो उनसे प्रेम करता है. और यदि तुम उनका भला करते हो जो तुम्हारा भला करते हैं, तो तुम्हे इसका क्या श्रेय मिलेगा? क्योंकि पापी भी यही करते हैं.
यदि तुम उससे प्रेम करते हो जो तुमसे प्रेम करता है, तुम्हे क्या इनाम मिलना चाहिए? क्या टैक्स कलेक्टर भी यही काम नहीं करते हैं?
उनको जो खुद की प्रशंसा करते है उनको विनम्र किया जायेगा और जो खुद को विनम्र करते है उनकी प्रशंसा होगी.
उस व्यक्ति को भला क्या फायदा, जिसे अगर पूरी दुनिया मिल जाए लेकिन अपनी आत्मा को खोने की पीड़ा सहनी पड़े.
मैं आपको एक सच बताता हूँ.. एक अमीर व्यक्ति के लिए स्वर्ग में प्रवेश करना बहुत कठिन है. मैं एक बार फिर कहता हूँ.. अमीर व्यक्ति के लिए स्वर्ग में प्रवेश करने से आसान काम तो ऊंट का सुई के छेद से निकलना है.
जो तुम्हारे अन्दर है उसे बाहर लाओ यही तुम्हे बचाएगा. अगर जो तुम्हारे अन्दर है उसे बाहर नहीं लाते तो वह तुमको नष्ट कर देगा.
डॉक्टर की जरुरत स्वस्थ आदमी को नहीं बीमार को होती है. मैं पवित्र लोगो को बुलाने के लिए नहीं बल्कि पापियों के पश्चाताप के लिए आया हुआ हूँ.
लोगो को सिर्फ रोटी के लिए नहीं जीना चहिये बल्कि भगवान के मुख से निकले हर शब्द की मुताबिक जीना चाहिये.
मैं तुमसे कहता हूँ की अपने दुश्मनों से प्यार करो और उनके लिए प्रार्थना करो जो तुमको सताते है. इससे तुम उस पिता की संतान बन जाओगे जो स्वर्ग में है. वह अपना सूर्य बुराई और अच्छाई दोनों पर डालता है और न्यायी व अन्यायी दोनों पर अपनी वर्षा करता है.
मैं तुमसे इसलिए कहता हूँ.. जो मांगों, तुम्हें दे दिया जायेगा, खोजो तुम्हें मिल जायेगा, खटखटाओ दरवाजे खुल जायेंगे.