17 November 2017 | 5.05 PM
नई दिल्ली : ग्लोबल रेटिंग्स एजेंसी मूडीज ने 13 साल बाद भारत की रेटिंग में सुधार का ऐलान किया है। इससे मोदी सरकार की बांछें खिल गई हैं क्योंकि मूडीज ने अपने बयान में नोटबंदी और जीएसटी की जमकर तारीफ कर दी है। उधर, इस खबर से शेयर बाजार भी झूम उठा है। सरकार ने मूडीज के ताजा फैसले को स्वागत योग्य बताया है तो निवेशक भी भारतीय शेयर बाजार पर टूट पड़े हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर कहा, 'मूडीज का मानना है कि नरेंद्र मोदी सरकार के सुधार व्यावसायिक माहौल सुधारेंगे, उत्पादकता बढ़ाएंगे, विदेशी एवं घरेलू निवेश में तेजी लाएंगे और आखिरकार मजबूत एवं टिकाऊ विकास को प्रोत्साहन देंगे।'
इधर, रेवेन्यू सेक्रटरी (वित्त सचिव) हसमुख अधिया का कहना है कि निवेशकों ने सरकार के सुधारों का समर्थन पहले ही कर दिया था। अधिया ने ट्वीट किया, 'लॉन्ग टर्म रिफॉर्म्स और फिस्कल कन्सॉलिडेशन के लिए सरकार ने जो रास्ता चुना उसका निवेशक उसका समर्थन कर चुके हैं। अब रेटिंग एजेंसी ने भी इसकी औपचारिक तौर पर पुष्टि कर दी है जो स्वागतयोग्य है।'
वहीं, मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन ने कहा कि रेटिंग में सुधार का ऐलान तो सही है, लेकिन इसमें बहुत देर हो गई। उन्होंने कहा, 'यह स्वागतयोग्य है, लेकिन हमें लगता है कि इसमें बहुत देर हो गई। यह जीएसटी, बैंकरप्ट्सी और अन्य सुधारों को लेकर सरकार के कदमों पर मुहर लगाने जैसा है।'
भारत की रेटिंग सुधरने की पर शेयर बाजार ने भी शानदार प्रतिक्रिया दी है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेसेंक्स शुक्रवार को 400 अंकों की उछाल लगाते हुए 33,388 पर शुरुआत की, वहीं निफ्टी भी 100 अंकों से ज्यादा की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है। गौरतलब है कि अमेरिकी रेटिंग्स एजेंसी मूडीज ने भारत की सॉवरन क्रेडिट रेटिंग्स को एक पायदान ऊपर कर दिया। एजेंसी ने स्टेबल आउटलुक देते हुए भारत की रेटिंग 'Baa2' कर दी। मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने भारत सरकार के स्थानीय और विदेशी मुद्रा जारी करनेवाली रेटिंग्स 'Baa2' से बढ़ाकर 'Baa3' कर दी और रेटिंग आउटलुक को स्थिर से बढ़ाकर सकारात्मक कर दिया।