12 May 2017 | 3.40 PM
कोलंबो. नरेंद्र मोदी यहां वेसाक डे पर होने वाले समारोह में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने अगस्त से वाराणसी से कोलंबो के बीच सीधी उड़ान सेवा शुरू करने का एलान किया। मोदी ने कहा, "वेसाक डे बौद्ध धर्म का सबसे बड़ा त्योहार है। श्रीलंका से हमारा पुराना नाता है। भारत से ही बौद्ध धर्म श्रीलंका पहुंचा।" बता दें कि यूएन वेसाक डे बौद्ध कैलेंडर का सबसे अहम दिन है। इसी दिन भगवान बुद्ध का जन्म, उनकी मृत्यु और उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। कोलंबो में इस मौके पर अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन हो रहा है, जिसमें 100 से ज्यादा देशों के 400 डेलिगेट्स हिस्सा ले रहे हैं।
श्रीलंका के डेवलपमेंट के लिए भारत कमिटेड
- मोदी ने कहा, "भारत, बुद्ध की धरती है। बुद्ध के समय से ही भारत-श्रीलंका के बीच दोस्ती शुरू हुई। भारत, श्रीलंका के इकोनॉमिक डेवलपमेंट के लिए कमिटेड है।"
- "भारत से ही बौद्ध धर्म श्रीलंका पहुंचा। सम्राट अशोक के बेटा-बेटी महेंद्र और संघमित्रा इसे श्रीलंका लेकर आए। मैं बुद्ध की धरती से सवा सौ करोड़ लोगों की शुभकामनाएं लेकर आया हूं।"
- इस मौके पर मोदी ने एक फ्लाइट सर्विस का भी एलान किया। कहा, "कोलंबो से वाराणसी के बीच अगस्त से सीधी फ्लाइट शुरू होगी। इससे बुद्ध से जुड़े स्थान श्रीलंका से जुड़ सकेंगे। यहां के तमिल लोग काशी विश्वनाथ मंदिर भी जा सकेंगे।"
नफरत से बातचीत के रास्ते बंद होते हैं
- मोदी ने कहा, "क्षेत्र में आतंकवाद और नफरत की सोच बढ़ रही है। इससे बातचीत के रास्ते बंद होते हैं। मुझे भरोसा है कि दुनिया में बढ़ती हिंसा के बीच बुद्ध का शांति का रास्ता कारगर साबित होगा।"
महिंदा राजपक्षे से की मुलाकात
- मोदी बौद्ध आध्यात्मिक गुरुओं, विद्वानों और धर्मशास्त्रियों से भी मिलेंगे। इससे पहले उन्होंने गंगारामैया मंदिर में प्रार्थना की और श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे से मुलाकात की।
- दो दिन के श्रीलंका दौरे पर मोदी कोलंबो पहुंचे थे।
डिकोया में हॉस्पिटल का इनॉगरेशन करेंगे
- मोदी श्रीलंका विजिट के दौरान हिल एरिया डिकोया में बने 15 बेड वाले एक मॉडर्न हॉस्पिटल का इनॉगरेशन भी करेंगे। भारतीय मूल के बागान मजदूरों की मेजॉरिटी वाले इलाके में स्थित इस हॉस्पिटल को भारत की मदद से बनाया गया है।
- मोदी नोरवुड ग्राउंड्स में भारतीय मूल की तमिल कम्युनिटी से भी बातचीत करेंगे। मोदी सिलोन वर्कर्स कांग्रेस के रिप्रेजेंटेटिव्स से भी मिलेंगे। इसके बाद वे तमिल प्रोग्रेसिव अलायंस के रिप्रेजेंटेटिव्स के साथ भी मीटिंग करेंगे। मोदी पहाड़ी इलाके में चाय बागान भी जाएंगे।
दो साल में दूसरा श्रीलंका दौरा
- श्रीलंका रवाना होने से पहले मोदी ने फेसबुक पर अपनी पोस्ट में लिखा, "दो साल में यह मेरी दूसरी द्विपक्षीय यात्रा है। यह हमारे मजबूत रिश्तों को बताती है।" मोदी ने 2015 के अपने पिछले श्रीलंका दौरे को याद करते हुए कहा, "मुझे बौद्ध धर्म के एक प्रमुख केंद्र और यूनेस्को के वर्ल्ड हेरिटेज स्थल अनुराधापुरा जाने का मौका मिला था। इस बार कैंडी में टेम्पल ऑफ सेक्रड टूथ रेलिक के नाम से मशहूर श्रद्धेय श्री दालदा मालिगावा में अपने श्रद्धा-सुमन अर्पित करने का मौका मिलेगा।"