6 May 2017 | 11.54 AM
लखनऊ: यूपी के सीएम योगी आदित्यरनाथ ने पूरे प्रदेश में स्वसच्छ2ता अभियान में तेजी लाने के प्रयासों के तहत शनिवार सुबह खुद झाड़ू उठाई. इससे पहले सीएम योगी आदित्यतनाथ ने शुक्रवार को कहा था कि वह स्ववच्छझता के मामले में उत्तएर प्रदेश को एक मिसाल बनाना चाहते हैं. इसी मुहिम के तहत उनको लखनऊ में शनिवार सुबह झाड़ू लगाते देखा गया. दरअसल हालिया स्विच्छो सर्वेक्षण 2017 में प्रदेश के गोंडा जिले को सबसे अस्विच्छ शहर का दर्जा दिया गया.
उसके बाद इसमें सुधार के लिए सीएम योगी की अध्येक्षता में एक बैठक हुई. उसमं सीएम योगी ने कहा कि इस सर्वेक्षण में प्रदेश के 52 जिले बेहद अस्वैच्छ. श्रेणी में रखे गए हैं. उसमें बदलाव लाने की जरूरत है. लिहाजा 2018 तक खुले में शौच को पूरी तरह से समाप्तच करने के संकल्पन के साथ हर मंत्री को निर्देश दिया गया कि वह अपने क्षेत्र के जिलों पर इस अभियान के तहत विशेष ध्यातन दें और यूपी को सबसे स्वगच्छअ राज्य बनाने के सीएम योगी के लक्ष्य को लेकर चलें.
गौरतलब है कि चार मई को केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू ने सरकार द्वारा जनता की रायशुमारी से किए गए 'स्वच्छ सर्वेक्षण 2017' में सबसे साफ 25 शहरों की सूची जारी करते हुए बताया कि कुल 434 शहरों में यह सर्वेक्षण किया गया था. मध्य प्रदेश का इंदौर देश का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है, जबकि साफ-सुथरे शहरों की सूची में दूसरा स्थान भी इसी राज्य की राजधानी भोपाल ने हासिल किया है.
गौरतलब है कि देश के शीर्ष 50 स्वच्छ शहरों में गुजरात के सर्वाधिक 12 शहर शामिल हैं, और उसके बाद 11 शहरों के साथ मध्य प्रदेश दूसरे स्थान पर है. शीर्ष 50 स्वच्छ शहरों की सूची में आठ शहर आंध्र प्रदेश के भी हैं. इन परिणामों के मुताबिक, सबसे आखिरी पायदानों पर रहे 50 शहरों में से आधे शहर उत्तर प्रदेश से हैं.