07 July 2017 | 1.03 PM
नई दिल्ली: दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार अपने बड़े चुनावी वादे को पूरा करने की ओर कदम बढ़ा रही है. दिल्ली सरकार ने पहले फेज में डेढ़ लाख सीसीटीवी कैमरे लगवाने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है.
सरकार ने इसके तहत सभी विधायकों से उनके क्षेत्र में दो-दो हजार सीसीटीवी कैमरे लगवाने के लिए स्थानों की पहचान करने के लिए कहा गया है. इस बारे में 15 अगस्त तक पीडब्लूडी मंत्री सत्येंद्र जैन को सूचित करने के लिए कहा गया है. अक्टूबर महीने में इसके लिए ग्लोबल टेंडर होगा. जनवरी 2018 तक कैमरे लग जाने की उम्मीद जताई जा रही है.
दिल्ली सरकार के सूत्रों के मुताबिक इस पूरे प्रोजेक्ट में करीब 250 करोड़ रुपये की लागत आएगी. सरकार जिस कंपनी से सीसीटीवी कैमरे खरीदेगी और लगवाएगी वही इसकी देखरेख भी करेगी. साथ ही यह भी बताया गया है कि रेसीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्लूए) और मार्केट एसोसिएशन का जिम्मा होगा कि वह इसकी मॉनिटरिंग करें.
दिल्ली सरकार के मुताबिक इस प्रोजेक्ट में कुल 250 करोड़ रुपये में डेढ़ लाख सीसीटीवी कैमरे लगेंगे यानी एक सीसीटीवी करीब 16 हजार 667 रुपये का पड़ेगा. जबकि फरवरी 2015 में चुनाव के वक्त अरविंद केजरीवाल ने एक सीसीटीवी की लागत दो हजार रुपये होने का दावा किया था. यही नहीं हाल ही में दिल्ली सरकार डीटीसी और क्लस्टर बसों में 140 करोड़ रुपये की लागत से 6350 बसों में कुल 19050 सीसीटीवी कैमरे लगवाने जा रही है.
इस हिसाब से एक सीसीटीवी कैमरे की कीमत करीब 73,491 रुपये बैठ रही है.