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पेट्रोल पंप की तरह आप भी खोल सकते हैं चार्जिंग स्टेशन, पैनासॉनिक देगी मौका...

20 May 2019 | 11.38 AM

नई दिल्ली: पेट्रोल, डीजल, सीएनजी के बाद अब इलेक्ट्रिक गाड़ियों को दौर शुरू होने जा रहा है। वजह है केंद्र सरकार द्वारा भारत के लिए इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन का ब्लुप्रिंट तैयार करना। इसके तहत करीब एक करोड़ नौकरियां सृजित होंगी। ऐसे में प्राइवेट कंपनियां भी इसे मौके को भुनाने में लग गई है। जापान की कंपनी पैनासॉनिक (Panasonic) देश के 25 शहरों में एक लाख स्ट्रॉन्ग चार्जिंग स्टेशन लगाने की तैयारी कर रही है। कंपनी का उद्देश्य कि भारत में जैसे जगह-जगह पेट्रोल पंप खुले हैं, उसी तरह चार्जिंग स्टेशन भी हों। कंपनी का फोकस भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती संख्या को देखते हुए उसके मुकाबले चार्जिंग स्टेशन उपलब्ध कराने का है। कंपनी पार्किंग स्टेशन, मॉल, पेट्रोल पंप आदि पर चार्जिंग स्टेशन लगाएगी।

फ्रेंचाइजी के लिए शर्तों का खुलासा नहीं

कंपनी के अध्यक्ष व CEO मनीश शर्मा ने कहा कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। पैनासॉनिक इन वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन लगाने का काम करेगी ताकि कोई भी अपना वाहन कहीं भी चार्ज कर सके। कंपनी फ्रेंचाइजी भी देगी। हालांकि कंपनी ने फ्रेंचाइजी के लिए शर्तों का खुलासा नहीं किया है।

साल 2020 तक 70 लाख इलेक्ट्रिक गाड़ियों का लक्ष्य

सरकार ने 2013 में राष्ट्रीय इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन योजना शुरू की थी। इसका लक्ष्य 2020 तक भारत की सड़कों पर 6 मिलियन 7 मिलियन इलेक्ट्रिक वाहनों को रखना है। वर्ष 2030 तक 30% ई मोबिलिटी का लक्ष्य है। ऑटोमोटिव मिशन प्लान 2026 का अनुमान है इस कार्यक्रम से ऑटो सेक्टर में 6.5 करोड़ नौकरियां सृजित होंगी।

यहां खुलेंगे स्टेशन

कंपनी के मुताबिक पहले दिल्ली, पुणे, बेंगलुरु, चेन्नै, अमरावती, हैदराबाद, गुरुग्राम, नोएडा और गाजियाबाद में चार्जिंग स्टेशन हब बनाएगी। कंपनी ने भारत में अपनी तरह की पहली स्मार्ट ईवी चार्जिंग सर्विस, निंबस लॉन्च किया है। इसके तहत फिजिकल कंपोनेंट जैसे चार्जिंग स्टेशन, स्वैप स्टेशन, ऑन बोर्ड चार्ज, टेलीमेटिक्स सिस्टम एवं वर्चुअल कंपोनेंट जैसे क्लाउड सर्विस, एनालिटिक्स, इंट्यूटिव डैशबोर्ड और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेवाएं दी जाएंगी।

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