21 May 2019 | 12.06 PM
नई दिल्ली: अब लोगों पर दूध की महंगाई की मार पड़ने जा रही है। दरअसल अमूल ने अपने पॉलीपैक दूध की कीमतों में 2 रुपए प्रति लीटर का इजाफा कर दिया है। कीमतों में यह बढ़ोत्तरी दिल्ली एनसीआर, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में लागू होगी। गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) के मैनेजिंग डायरेक्टर आरएस सोढ़ी ने एक बयान में कहा कि नई कीमतें आज यानी मंगलवार से ही लागू हो जाएंगी।
इन राज्यों में लागू होगी बढ़ोतरी
बयान के मुताबिक, कीमतों में यह बढ़ोतरी दिल्ली-एनसीआर, गुजरात, पश्चिम बंगाल, कोलकाता, उत्तराखंड, महाराष्ट्र और अन्य बड़े राज्यों में बिक रहे सभी 6 ब्रांडों पर 21 मई से लागू हो जाएगी।
27 रुपए का मिलेगा 500 मिली अमूल गोल्ड
अब अहमदाबाद में 500 मिलीलीटर का अमूल गोल्ड (Amul Gold) का पैक 27 रुपए, अमूल शक्ति (Amul Shakti) 25 रुपए, अमूल ताजा (Amul Taaza) 21 रुपए और अमूल डायमंड (Amul Diamond) 28 रुपए का मिलेगा। हालांकि गुजरात में काउ मिल्क यानी गाय के दूध (cow milk) की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
दो साल के बाद बढ़ाई कीमतें
जीसीएमएमएफ ने कहा, ‘दूध की कीमतों में यह बढ़ोतरी दो साल के अंतराल के बाद की गई है। इसका उद्देश्य दूध के उत्पादन में कमी और उत्पादन लागत में बढ़ोतरी के चलते दूध उत्पादकों को सही खरीद मूल्य उपलब्ध कराना है।’ इससे दूध उत्पादक नए मवेशी जोड़ने और ज्यादा दूध के उत्पादन के लिए प्रोत्साहित होंगे। इससे उनकी आजीविका में भी इजाफा होगा।
चुनाव के तुरंत बाद बढ़ी कीमतें
हालांकि अमूल का यह फैसला इसलिए भी अहम है, क्योंकि दो दिन पहले ही देश में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न हुआ है। ऐसा माना भी जा रहा था कि चुनाव खत्म होते ही देश को कई आइटम्स की महंगाई की मार का सामना करना पड़ेगा।
हाल में बढ़ाया था खरीद मूल्य
अमूल डेयरी ने लगभग एक सप्ताह पहले अपना दूध का खरीद मूल्य बढ़ा दिया था। अमूल ने भैंस के दूध के एक किलो बसा (फैट) का दाम 10 रुपए बढ़ा दिया है। जबकि गाय के दूध में एक किलो बसा का मूल्य 4.5 रुपए बढ़ाया था। कंपनी ने कहा था कि दूध के खरीद मूल्य में इस वृद्धि से सात लाख पशुपालकों को फायदा मिलेगा। पशुपालकों को अब भैंस के दूध के एक किलो बसा के लिए 640 रुपए और गाय के दूध के एक किलो बसा के लिए 290 रुपए मिलेंगे।
कारोबार में 20 फीसदी का इजाफा
बता दें कि जीसीएमएमएफ, अमूल के नाम से डेयरी उत्पादों का कारोबार करती है। फेडरेशन को चालू वित्त वर्ष 2019-20 में कारोबार 20 फीसदी बढ़कर 40,000 करोड़ रुपए पर पहुंचने की उम्मीद है। बीते वित्त वर्ष में जीसीएमएमएफ ने 13 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 33,150 करोड़ रुपए का कारोबार किया था।
खास बात ये है कि उत्पादों के दामों में इजाफा किए बिना ही फेडरेशन का राजस्व लगातार बढ़ रहा है। फेडरेशन का दावा है कि किसानों को दूध का ज्यादा दाम देने के बाद के भी उनके राजस्व पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
गुजरात के 18,700 गांव में अमूल फेडरेशन के 18 सदस्यीय यूनियनों में 36 लाख से अधिक किसान जुड़े हुए हैं जिनसे औसतन दैनिक 230 लाख लीटर दूध की खरीद की जा रही है।